भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"धड़कनि / मुकेश तिलोकाणी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मुकेश तिलोकाणी |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

16:35, 6 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण

हलिको छुहाउ
सुखियमु तरंगूं
तेज़ धड़कन
आज़िमुदो...हा
डपु?
जी...हा...जी...न
हा छा!?
सुवालु-इच्छा
गुसो
मुहिबत-अलाए
ज़िंदगी पल लहिर,
अहिसासु, आनंदु,
प्यारु, पंहिंजाइप, मज़ो
हलिको टहिकड़ो
तुछ ॻाल्हि ॿोल्हि
इंतज़ारु, ओनहो, दीदारु, आथत,
खु़मारु
छुहाउ
आनंद
ऐं बस।