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एतिरो बि दिल न दुखाइजे
कहिड़ी खबर हीअ आखिरी घड़ी हुजे
मौत जो बि कहिड़ो भरिवसो
अल्हाए जे कंहिं मोड़ ते बीठो हुजे
मां बि न मुहिंजो आवाज़ बि न
सिर्फ ऊंधारा ई ऊंधारा हुन पासे
मूं जहिड़ो, कोई न मिलन्दई
दुनियां चाहे केतिरी बि वदी हुजे
मूंसा रुसी करे वञंण वारा
थोरो बीहु ऐं सोच
मुहिंजे हिन रुखनि लफ़जनि में बि
शायद प्यार जी का कड़ी हुजे