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सबसे सुंदर, सबसे प्यारा
देश हमारा सपना है,
सोना बरसाते सूरज-सा
इसको उज्ज्वल रखना है।
गली-गली में गूँजा करते
हैं मेहनत के गीत यहाँ,
खूशबू फैली अमन-चमन में
खुशबू का संगीत यहाँ।
हिल-मिल रहते हम-तुम, तुम-हम
नहीं यहाँ है दीवारें,
आसमान को छू ही लेंगी
इसके गौरव की मीनारें।
कल का भारत जगमग होगा
कल का भारत सोने-सा,
सपना है गेंदे-गुलाब-सी
मन की माल पिरोने का।
उजला-उजला, सबसे उजला
देश हमारा सपना है,
चम-चम चंदा की चाँदी-सा
इसको उज्ज्वल रखना है!