भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"राजघाट का पुल / श्रीप्रसाद" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=श्रीप्रसाद |अनुवादक= |संग्रह=मेरी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

12:37, 20 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण

नीचे रेल, सड़क ऊपर है
राजघाट का पुल
नीचे गंगा लहर-लहर है
राजघाट का पुल

पुल पर हैं खंभे ही खंभे
राजघाट का पुल
नीचे खंभे कितने लंबे
राजघाट का पुल

चलो घूमने पुल के ऊपर
राजघाट का पुल
बना हुआ है कितना सुंदर
राजघाट का पुल

देखो शहर सामने सारा
राजघाट का पुल
इधर किनारा, उधर किनारा
राजघाट का पुल

कभी नहीं खाली रहता है
राजघाट का पुल
भीड़भाड़ रेला बहता है
राजघाट का पुल

रात शहर की प्यारी लगती
राजघाट का पुल
दीवाली है न्यारी लगती
राजघाट का पुल

बड़ा पुराना है यह अपना
राजघाट का पुल
लगता जैसे कोई सपना
राजघाट का पुल

कितना यह मजबूत बना है
राजघाट का पुल
लंबा दोनों ओर तना है
राजधाट का पुल

खुला-खुला आकाश खिला है
राजघाट का पुल
धरती से आकाश मिला है
राजघाट का पुल

काशी का यह एक छोर है
राजघाट का पुल
गंगा की कल-कल हिलोर है
राजघाट का पुल।