भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मेमना / विनोद शर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनोद शर्मा |अनुवादक= |संग्रह=शब्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
14:20, 15 मार्च 2017 के समय का अवतरण
अगर आप परेशान हैं
अपने अस्तित्व की चिंता के सवालों से
या हासिल करना चाहते हैं
अस्तित्ववाद की जानकारी
तो किसी शब्दकोश
या सार्त्र की किताब
या किसी और सन्दर्भ ग्रन्थ
के पन्ने पलटने के बजाए
आप मेरे शहर चले आइए
और मिलिए किसी भी आम मेमने से
(यों हर मेमना आम ही होता है
और मेरे देश का हर आम नागरिक
एक मेमना ही तो है)
जिसके अस्तित्व की रस्सी का एक सिरा
गडरिए के हाथ में है तो दूसरा
भेड़िए के दांतों में।