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"राजमहल के बाहर / विष्णुचन्द्र शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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11:12, 17 मार्च 2017 के समय का अवतरण

जाओ
और छोड़ आओ
राजा की कहानी उसके महल में।
ले जाओ क्रांति के वक्त की खुली धूप
ले जाओ इंसान की तरह बगीचे, फूल
और थकान लेकर लौट जाओ
राजमहल के बाहर।