भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"महानगर / सत्यप्रकाश बेकरार" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सत्यप्रकाश बेकरार |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:10, 21 मार्च 2017 के समय का अवतरण

ईंट और सीमेंट के इस जंगल में
हैरानो-परेशान सा मैं घूम रहा हूँ
कोई जुबां खोले, कोई आवाज तो दे
मैं सदियों से यहां इंसां का पता पूछ रहा हूँ