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"221 / हीर / वारिस शाह" के अवतरणों में अंतर

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17:16, 3 अप्रैल 2017 के समय का अवतरण

जदों गानड़े दे दिन पुज गये लसी मुंदरी खेडने आइयां ने
सैदा लाल पीड़े उते आन बैठा कुड़ियां वहुटड़ी पास बहाइयां ने
पकड़ हीर दे हथ परात पाए बाहां मुरदयां वांग पलमाइयां ने
वारस शाह मियां नैणां हीर दयां ने वांग बदला छैहबरां लाइयां ने

शब्दार्थ
<references/>