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जिज्ञासा का मृत होना,
मायूसी का
जीवित होना है
इच्छा-शक्ति का
क्षीण होना,
पतन का संकेत है
प्रेम में छलावे का होना,
बेगानेपन का
तेज़ी से पनपना है
और-
कविताओं का मौन होना,
अनुभूतियों का
आत्म-मन्थन होना है।