भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सूखी नदी / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रंजना जायसवाल |अनुवादक= |संग्रह=द...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:30, 11 मई 2017 के समय का अवतरण
सूखी नदी
क्या जाने
किधर है
सागर का रास्ता।