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"व्यवस्था / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर
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एक कागजी नाव
उस पर सवार आदमी
चुप भी
असहाय भी
जिसको छोड़ दिया गया है
धार में।