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"सलामी / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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14:43, 12 मई 2017 के समय का अवतरण

आप जान गए हैं
हाथ तभी रह सकते हैं
सलामत
जब वे
सलामी बजाना
सीख लें।