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"ज़ख्म / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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16:47, 12 मई 2017 के समय का अवतरण

नहीं हूँ उन लोगों में
जो सहलाते हैं जख्म
लगाते हैं झूठ का मरहम
देते हैं दिलासा
मैं
जख्मों को कुरेद-कुरेद देती हूँ।