भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"समय / आशा राजकुमार" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=आशा राजकुमार |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:53, 24 मई 2017 के समय का अवतरण
हवा उड़ा ले गई हाल-चाल भी
हमार आवाज और हमके लेले जाई है
फूँक से ओकर लड़कन बढ़े
ऐसने होवे है बहुत जमाना से।
और अब्बे तलक हम लोग के आदत ना पड़ल।