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"माँ / राज मोहन" के अवतरणों में अंतर

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लाओ माँ
तोर पुराना दुख
पूजा के बसी फूल में
बान्ह के
समुन्दर की छाती में
सेखा दी
देखी तो उ भी
इतना दिन
सह पावे है।