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"डफली फूट गई / रामदेव महाबीर" के अवतरणों में अंतर
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देश में क्या हो रहा है।
क्यों हो रहा है॥
यह सोचा कौन।
पीटी गई डफली॥
कि गरीबी मिटाओ।
गरीबी बढ़ती गई॥
और डफली फूट गई।
जनता भूखी है नंगी है॥
गन्ना केले की परनासी उजड़ी है।
और चमकती है राजधानी देव॥