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"बहन-भाई / रामदेव रघुबीर" के अवतरणों में अंतर
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राखी बहनो का त्योहार,
युग-युग और घटनों के प्यार।
भाई राखो इसे सँवार,
बहनो की रक्षा का है तुम पर भार॥
बहनें करतीं हर वर्ष याद,
सुबे से लेकर आधी रात।
पूर्णनिमा के पुन्यों को ले धागों में,
भाई दे आशीर्वाद,
जुग-जुग जियो, सुहागन रहो।
करो ईश्वर और पति भक्ति,
तुझे मिले लक्ष्मी की शक्ति॥