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"कुछ नहीं होगा / अमरजीत कौंके" के अवतरणों में अंतर
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सब कुछ होगा तुम्हारे पास
एक मेरे पास होने के
एहसास के बिना
सब कुछ होगा मेरे पास
तुम्हारी मुहब्बत भरी
एक नज़र के सिवा
ढँक लेंगे
हम पदार्थ के साथ
अपना आप
एक सिरे से
दूसरे सिरे तक
लेकिन
कभी महसूस कर के देखना
कि सब कुछ होने के बावजूद भी
कुछ नहीं होगा हमारे पास
अपने सच्चे दिनों की
मुहब्बत जैसा
जब तुम्हारे पास कुछ नहीं था
जब मेरे पास कुछ नहीं था।