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"आग के हवाले / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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18:06, 28 जून 2017 के समय का अवतरण

स्त्री
अपनी इच्छाओं को
तिल-तिल जलाकर
पैदा करती है
आग
और कर दी जाती है
आग के हवाले।