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"ताखें / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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09:52, 4 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

गायब होती जा रही हैं
घरों से ताखेँ
जहां रखी जाती थीं
पूर्वजों की तस्वीरें
आज रहम-दिल बेटे
लटका देते हैं
कभी-कभी दीवार पर
माता-पिता की तस्वीर
और डाल देते हैं
ऐसा हार
जिसे रोज
बदलना न पड़े