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"स्मृतियाँ / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर
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मेरे बेरंग आँचल में
सुर्ख गुलाब की
कुछ पंखुरियाँ हैं
सुवासित है जिनसे
अस्तित्व मेरा