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"कोई नदी / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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11:15, 4 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

तुम्हारे भीतर
कोई नदी
बही ही नहीं
गीत
तरंगों का
सुनते तुम
भला कैसे?