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"प्यार / गोविन्द कुमार 'गुंजन'" के अवतरणों में अंतर
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18:14, 4 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
दो पहाड़ों के बीच से
गुजर रही थी नदी
दोनों पहाड़ों ने की
उसकी उत्कंठ कामना
दोनों ने चाहा
उसका दामन थामना
मगर
पहाड़ मजबूर थे
वो झुक नहीं सकते थे और
नदी वहीं बहती थी
जहाँ तल बहुत नीचा था