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"भैया लौटे हैं / गौरव पाण्डेय" के अवतरणों में अंतर
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भैया लौटे हैं
लौटी हैं माँ की आँखें
पिता की आवाज में लौटा है वजन
बच्चों की चहक लौटी है
भाभी के होंठों पर लौट आई लाली
बहुत दिन बाद
हमारी रसोई में लौटी खुशबू
आँगन में लौटा है परिवार
नया सूट पाकर
मैं क्यों न खुश होऊं
बहन हूँ
शहर से मेरे भैया लौटे हैं...