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"दानव औ भगवान मिलेगा / राहुल शिवाय" के अवतरणों में अंतर
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मानव के अंदर ही तुमको
दानव औ भगवान मिलेगा |
यहीं स्वर्ग है,
यहीं नर्क है,
कर्म-फलों से मिलने वाला
यहीं मान, अपमान मिलेगा
मानव के अंदर ही तुमको
दानव औ भगवान मिलेगा
पल में दुख है,
पल में सुख है,
समय-समय पर यहीं उपजता
तुम्हें पीर-अभिमान मिलेगा
मानव के अंदर ही तुमको
दानव औ भगवान मिलेगा
खुद को देखो,
मन को परखो,
तभी किसी की गहराई का
तुमको भी अनुमान मिलेगा
मानव के अंदर ही तुमको
दानव औ भगवान मिलेगा
रचनाकाल-08 अप्रैल 2007