भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"खाली है घर / सुनीता जैन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुनीता जैन |अनुवादक= |संग्रह=यह कव...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:31, 17 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
कितने रेतों
रीत गया जल
जीवन टूटा
पल-पल होकर
कहाँ गए सब?
खाली है घर