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"प्रायश्चित / गुल मकई / हेमन्त देवलेकर" के अवतरणों में अंतर

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12:10, 21 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

इस दुनिया में
आने-जाने के लिए
अगर एक ही रास्ता होता

और नज़र चुराकर
बच निकलने के हज़ार रास्ते
हम निकाल नहीं पाते

तो वही एकमात्र रास्ता
हमारा प्रायश्चित होता
और ज़िंदगी में लौटने का
नैतिक साहस भी