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"मधुमक्खी और शहद / बालकृष्ण गर्ग" के अवतरणों में अंतर

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चूस-चूस फूलों का रस
छत्ते में ला रखती, बस।
मधुमक्खी का मधुर शहद
गुणकारी होता बेहद।
[रचना: 05 जून 1996]