भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"रतजगा / मोहन राणा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मोहन राणा |अनुवादक= |संग्रह=शेष अन...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

13:31, 23 मई 2018 के समय का अवतरण

धूल में गिरे को उठाने वाला हरकारा हूँ
अप्रेषित लिफ़ाफ़ा
जिसमें दुनिया के संदेश हैं,
मन के कलरव में रतजगा
जाने कब से खोज रहा हूँ
पाने का पता ख़ुद ही लिखकर