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"याद / कमलकांत सक्सेना" के अवतरणों में अंतर

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13:08, 25 मई 2018 के समय का अवतरण

जीवन के घोर
निराशामय क्षण में
मुझको
तुम कर लेना याद
सारे दुख मिट जाएँगे,
सब संकट टल जाएँगे,

अंधियारों के द्वारों पर
मेरा प्यार
ज्योति जलायेगा,
शूलों वाली
राहों में
मेरा प्यार सुमन सजायेगा।

जब भी
आंखों में आंसू आ जाएँ
मुझको, तुम कर लेना याद
सारे दर्द कुम्हलाएँगे,
सब आंसू मुस्काएँगे।

जीवन के घोर
हताशामय क्षण में
मुझको, तुम कर लेना याद
सारे घन छँट जाएँगे
सब बादलटल जाएँगे।