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"कायर-1 / अखिलेश श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर
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शेरवानी में दमकते सुपुत्र को
पिता ने गले लगाया
सेहरा पहने बेटे की माँ ने ली बलैया
घुडचडी के पहले
मंत्रोच्चार के बीच
पंडित जी ने
खानदानी तलवार छोटे ठाकुर की कमर में
बाँध दी
एक घर के सामने से गुजरी बारात
तो छत्रपति मिला नहीं पाये
छत पर खड़ी एक लड़की से आंख
ठाकुर के बेटे को
आज फिर
एक चमार की बिटिया ने कायर कहा।