भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सीतल सरीर ढार / प्रवीणराय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रवीणराय |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavi...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:53, 29 जुलाई 2018 के समय का अवतरण

सीतल सरीर ढार, मंजन कै धन सार,
अमल अँगोछे आछे मन में सुधारिहौं।
देहौं न अलक एक लागन पलक पर,
मिलि अभिराम आछी तपन उतरिहौं।
कहत 'प्रवीणराय' आपनीन ठौर पाय,
सुन बाम नैन या बचन प्रतिपारिहौं।
जब ही मिलेंगे मोहिं इन्द्रजीत प्रान-प्यारे,
दाहिनों नयन मूदि तोहीं मौं निहारिहों।