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"हल्दी गीत / 3 / भील" के अवतरणों में अंतर

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भील लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बेनी तारो पीठी रोलो, कुण चोलसे?
बेनी तारो पीठी रोला,े कुण चोलसे?
बेनी तारो पीठी रोलो, तारि भोजाइ चोलसे।
बेनी तारो पीठी रोलो, तारि बहणिस चोलसे।
बेनी तारो पीठी रोलो, तारि फुई चोलसे।

-बनी तुझे हल्दी कौन लगायेगा? हे बनी! तुम्हारी भौजाई, बहन और बुआ तुम्हें हल्दी लगाएँगी।