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राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
पहले गणेश मनाओ, मनाओ रे बन्ना
पीछे ब्याह रचाओ, रचाओ रे बन्ना
शीश बन्ने के, सेहरा सोहे
लड़ियों से इतर लगाओ, लगाओ रे बन्ना
कान बने के, मोती सोहे
लोगों से इतर लगाओ, लगाओ रे बन्ना
पहले गणेश मनाओ रे बन्ना...