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"बना के गीत / 29 / राजस्थानी" के अवतरणों में अंतर

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08:05, 8 सितम्बर 2018 के समय का अवतरण

क्या देरदार है घोड़ी खड़ी दरवाजे, करती इंतजार है।
दादाजी बराती सज रहे, बरात में जायेंगे।
ताऊजी बराती सज रहे, बरात में जायेंगे।
दादी रानी, ताई रानी वारे मोती हजार के।
घोड़ी खड़ी दरवाजे, करती इंतजार है।

(इसी प्रकार पापाजी, चाचाजी, फूफाजी, जीजाजी, नानाजी, मामाजी, भैयाजी, मौसा जी का नाम लें।)