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राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
राज नन्दन बन की चार कामड़ी, दो आली दो सूखी ओ राज,
कुणी जी रा कंवर कहावो, कुणीक सिर सोवे ओ राज,
राजा दशरथ जी का कंवर कहावा, रामचन्द्र सिर सोवे ओ राज,
गुंथल्या ये मालण सेवरो, राईबर न सोवे ओ राज
नोट-दशरथ की जगह पिता और रामचन्द्र की जगह बने का नाम लेकर पूरा करें।