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− | मेरो आँगनमा | + | मेरो आँगनमा जून चुहेकै बिहान |
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− | + | चराको सुसेलीमा बेरेर | |
− | + | गाउन बाँकी एउटा गीत, | |
− | + | शीतको विमानमा सजाएर | |
− | + | मलाई सम्झँदा गुनगुनाउने एउटा धून । | |
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− | + | मेरै लागि उसले साँचेको हुँदो हो– | |
− | + | बेनिद्रा मुस्कुराउने एकान्त | |
− | + | हृदयको कुनाकुनामा अल्झिएको प्रेम–समर्पण | |
− | + | साँझमा छुट्टिने जोडी चखेवाको प्रेमस्पर्श | |
− | + | सेता फूलमुनि ओझेल परेको युगलछाया । | |
− | + | मेरै लागि उसको आँगनमा रोपेको ठान्दो हो– | |
− | + | सखारै फूलमाथि शीत टेकेर ओर्लने झिसमिसे बिहान | |
− | + | जलकुम्भीमुनि लुक्ने आँसु–तलाउ | |
− | + | अनन्त आकाशमा उड्ने नीला याद | |
− | + | सुनगाभा लर्किएको चुल्ठोभरिको सुदूर सम्झना । | |
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− | + | मेरै यादले सपना बर्बराउँदो हो– | |
− | + | बतास चलेको बेला रुखको पातझैँ | |
− | + | मायाको पछ्यौरी बनेर | |
− | + | फरफराउने माया तिमी | |
− | + | तिमीलाई यो ज्यान सलाम | |
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− | पछ्यौरी बनेर फरफराउने | + | |
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− | + | तिमीलाई यो जोवन सलाम । | |
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09:59, 3 मई 2020 के समय का अवतरण
मेरो आँगनमा जून चुहेकै बिहान
उसले पठायो
चराको सुसेलीमा बेरेर
गाउन बाँकी एउटा गीत,
शीतको विमानमा सजाएर
मलाई सम्झँदा गुनगुनाउने एउटा धून ।
मेरै लागि उसले साँचेको हुँदो हो–
बेनिद्रा मुस्कुराउने एकान्त
हृदयको कुनाकुनामा अल्झिएको प्रेम–समर्पण
साँझमा छुट्टिने जोडी चखेवाको प्रेमस्पर्श
सेता फूलमुनि ओझेल परेको युगलछाया ।
मेरै लागि उसको आँगनमा रोपेको ठान्दो हो–
सखारै फूलमाथि शीत टेकेर ओर्लने झिसमिसे बिहान
जलकुम्भीमुनि लुक्ने आँसु–तलाउ
अनन्त आकाशमा उड्ने नीला याद
सुनगाभा लर्किएको चुल्ठोभरिको सुदूर सम्झना ।
मेरै यादले सपना बर्बराउँदो हो–
बतास चलेको बेला रुखको पातझैँ
मायाको पछ्यौरी बनेर
फरफराउने माया तिमी
तिमीलाई यो ज्यान सलाम
मायालु...!
तिमीलाई यो जोवन सलाम ।