भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"दवा / पूजा प्रियम्वदा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पूजा प्रियम्वदा |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
09:25, 27 अगस्त 2020 के समय का अवतरण
तुम गुम गए
ज्यूं सर्दी की
बारिश से
नर्म धूप
कंधे में
उलझी पड़ी है
तभी से
एक ज़िद्दी नस
तुम्हारे गर्म बोसे
जैसा आराम
क्या देगी
एक आम दवा