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14:47, 13 सितम्बर 2020 के समय का अवतरण
जुनून — आँखों में छिपी वो हंसी
जिसे पता है कि जीत गुलाबी होगी ।
जो चुपचाप शोर मचा रही है
आजुओं-बाजुओं को सता रही है
जिसके नशे में धुत्त हो
आँखें एक अडिग ज़िद्द लिए
— बिना झपके
घूरती रहती हैं इक-टुक
और जिनकी लाली में घुल
जीवन गुलाबी सा हो रहा हो …