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"खेल / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर

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आओ
 
आओ

17:56, 11 अक्टूबर 2020 के समय का अवतरण

 
आओ
कहीं से थोड़ी सी मिट्टी भर लाएँ
मिट्टी को बादल में गूँथें
चाक चलाएँ
नए-नए आकार बनाएँ

किसी के सर पे चुटिया रख दें
माथे ऊपर तिलक सजाएँ
किसी के छोटे से चेहरे पर
मोटी सी दाढ़ी फैलाएँ

कुछ दिन इनसे जी बहलाएँ
और यह जब मैले हो जाएँ

दाढ़ी चोटी तिलक सभी को
तोड़-फोड़ के गड़-मड़ कर दें
मिली हुई यह मिट्टी फिर से
अलग-अलग साँचों में भर दें

- चाक चलाएँ
नए-नए आकार बनाएँ

दाढ़ी में चोटी लहराए
चोटी में दाढ़ी छुप जाए
किसमें कितना कौन छुपा है
कौन बताए