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"समुद्र र मान्छे / अन्ना स्विर / सुमन पोखरेल" के अवतरणों में अंतर
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10:01, 3 दिसम्बर 2020 के समय का अवतरण
बाँध्न सक्नेछैनौ तिमीले यस समुद्रलाई।
न विनम्रताले,
न त आक्रोशले नै।
उसको खिसी गरेर हाँस्न भने सक्नेछौ तिमी।
हाँसोकै खित्काजस्तै क्षणिक बाँच्नेहरूले
पत्ता लागाएका हुन्
हाँसो।
यो सनातन समुद्रले
हाँस्न कहिल्यै सिक्ने छैन।
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