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"आलिकान्ते डुल्न जाँदा / ज्याक प्रिभेर / सुमन पोखरेल" के अवतरणों में अंतर

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रातको स्वच्छता
 
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मेरो जीवनको न्यानो।  
 
मेरो जीवनको न्यानो।  
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'''[[अलिकान्ते (स्पेन का एक नगर) / ज़ाक प्रेवेर / अनिल जनविजय|इस कविता का हिन्दी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ ।]]'''
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10:34, 3 दिसम्बर 2020 के समय का अवतरण

टेबुलमा एउटा सुन्तला
तिम्रा लुगाहरू भूईँमा
र तिमी मेरो ओछ्यानमा।

वर्तमानको सुन्दर उपहार
रातको स्वच्छता
मेरो जीवनको न्यानो।

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