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अस्वीकरण
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बोलना चाहिए इसे अब /अनीता सैनी
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16:21, 20 जुलाई 2023
मनमाने के व्यवहार से
अगले ही पल
यह अतीत बन
जाएगा
जाता है
फिर घूरता ही रहेगा
बटेर-सी आँखों से
डा० जगदीश व्योम
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