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"चौकन्ना जंगल / विजयदेव नारायण साही" के अवतरणों में अंतर

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01:49, 18 नवम्बर 2008 के समय का अवतरण

निराले में, रौंदी हुई सड़क के किनारे
नामालूम पौधा
सर उठा कर टोह लेता है

कंकरीट के नीचे दबा हुआ जंगल
इस समूचे शहर को
एक दिन
निगल जाने का अवसर ताकता है।