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18:42, 9 दिसम्बर 2023 के समय का अवतरण

तपते तवे पर डिग्रियाँ रखकर
जवान लड़के जोर से चिल्लाए — रोज़गार

बिखरे चेहरे वाली अधनंगी लड़की ने
हवा में ख़ून सनी सलवार लहराई बदहवास
और रोकर चीख़ी — न्याय

मोहर लगे बोरे को लालच से देख
हँसिया जड़े हाथों को जोड़
 
किसान गिड़गिड़ाए — अ.. अ..अन्न
उस सफ़ेद कुर्ते वाले मोटे आदमी ने
 
योजना भर राख दे मारी इनके मुँह पर
और मुस्कुराकर कहा — भभूत ।