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"रपट / एरिष फ़्रीड" के अवतरणों में अंतर

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00:35, 27 नवम्बर 2008 के समय का अवतरण

जिन्हें मैं हिम्मत बंधाना चाहता था
उन्हें मेरी आवाज़ नकली-सी लगी
शायद मैं सिर्फ़ ख़ुद को ही
हिम्मत बंधाना चाहता था

बात ये चली नहीं :
मैंने देखा अपने डर को
और बेबस रहा
क्योंकि मैं बेबस रहा

चारा न रहा सिवाय कहने के
इस बेबसी को
यूँ भरा था उससे लबालब
चुप रहना नामुमकिन था

कुछ एक ने मेरी सुनी
जो चन्द ही दिन पहले
मेरी हिम्मत बंधाना
सुना ही नहीं करते थे

जिनकी मदद करना चाहता था
अपनी हिम्मत के साथ
शायद उनकी मदद करता हूँ
अपनी बेबसी के साथ

मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य