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"प्रिया-6 / ध्रुव शुक्ल" के अवतरणों में अंतर
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जिसकी आयु कम थी
प्रिय हो गया
शब्द को वही अर्थ
यम पीछे पड़े हैं
द्वार पर खड़े हैं
घर में पुरुष नहीं है--
द्वार के पास खड़ी होकर रोज़ कह देती है
द्वार नहीं खोलती प्रिया
उसे बाँहों में भर लेती है