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"उसका यह जीवन / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर

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03:03, 16 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

शरद का लिहाफ़ ओढ़े
वह जो गुनगुना रही
व्याकुल प्रतीक्षा का गीत

उसका यह जीवन
देहरी की आँख हो गया है