भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कोई दूसरी / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=क्षमायाचना / लीलाधर मंडल...)
 
(कोई अंतर नहीं)

03:10, 16 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

लौटी जब-जब
पराजय में थकी

अंधेरा चौतरफ़
और रास्ता ग़ुम

जब-जब हारने को हुई
कोई दूसरी थी उसके भीतर

जो उठ खड़ी हुई हर बार