भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"भय मुक्त / अग्निशेखर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अग्निशेखर |संग्रह=मुझसे छीन ली गई मेरी नदी / अग्...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
04:11, 18 जनवरी 2009 का अवतरण
घर के अन्दर भी ख़तरा था
घर से बाहर भी था जोख़िम
उन्होंने खाया तरस
हमारी हालत पर
और एक-एक कर फूँक डाले
हमारे घर
अब न अन्दर ख़तरा है
न बाहर जोख़िम